सबसे पहले आप सभी से निवेदन है कि इस पोस्ट को CDP Important notes पूरा ध्यान से पढ़ियेगा Stages of development of a child जिससे आपको सब कुछ अच्छे से समझ आ जाए आज की ये पोस्ट Stages of development notes in hindi विकास की अवस्थाए के उपर है जिससे आपके परीक्षा में बहुत ही महत्वपूर्ण प्रश्न Important question on stages of development देखने को मिलते हैं उम्मीद करता हूं कि ये नोट्स आप सब को जरूर पंसद आएगी
विकास की अवस्थाएँ (Stages of Development)
श्रीमती हरलॉक के अनुसार
1. गर्भावस्था - गर्भधारण से जन्म तक
2. शैशवावस्था -जन्म से 2 सप्ताह
3. बचपनावस्था -2 सप्ताह से 2 वर्ष
4. पूर्व बाल्यावस्था - 3 से 6 वर्ष
5. उत्तर बाल्यावस्था- - 7 से 14 वर्ष
6. पूर्व किशोरावस्था 15 से 17 वर्ष
7. उत्तर किशोरावस्था - 18 से 21 वर्ष
8. प्रौढावस्था 21 वर्ष के बाद
अब हम लोग stages of development in a child by Ros रॉस वैज्ञानिक ने किस प्रकार की विकास की अवस्थाएं को समझाया है Important Question on stages of development वो देखेगे
रॉस अनुसार
1. शैशवास्था जन्म से 2 वर्ष
2. पूर्व बाल्यावस्था - 3 से 6 वर्ष
3. उत्तर बाल्यावस्था - 7 से 12 वर्ष
4. किशोरावस्था -13 से 18 वर्ष
5. प्रौढावस्था 18 के बाद
अब अगला में हम Stages of development of a child by Jones जॉन्स वैज्ञानिक ने किस प्रकार विकास की अवस्थाएं को समझाया है वो Important Question of cdp एक बार समझने की कोशिश करेगें
जॉन्स के अनुसार
1. शैशवावस्था - जन्म से 6 वर्ष
2. बाल्यावस्था - 7 से 12 वर्ष
3. किशोरावस्था 13 से 18 वर्ष
4. प्रौढावस्था 18 के बाद
शैशवावस्था (Infancy Period) (जन्म से 6 वर्ष)
शैशवावस्था को निम्न बातों से जाना जाता है
1. जीवन का सबसे महत्वपूर्ण काल ।
2. भावी जीवन की आधार शिला।
3. सीखने का आदर्श काल
4. मन की मौजों में विचरण करने की अवस्था
5. सीखने की आयु
6. प्रिय लगने वाली अवस्था
7. नाजुक अवस्था
8. खतरनाक अवस्था
9. संस्कारों के निर्माण की अवस्था
10. खिलौनों की आयु
11. अतार्किक चिन्तन की अवस्था
12. घडने योग्य अवस्था
13. नर्सरी स्कूल Age
14. पूर्व विद्यालयी अवस्था
15. टोली पूर्व आयु
16. प्राथमिक विद्यालय की पूर्व तैयारी की अवस्था
शैशवावस्था में विकासात्मक कार्य व विशेषताएँ :
Stages of development in a child
नोट : सर्वप्रथम विकासात्मक कार्य का सम्प्रत्यय शिकागो यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर हेविंगहर्स्ट द्वारा दिया गया।
→ विकासात्मक कार्य से तात्पर्य बालक की उम्र व अवस्था के अनुसार कार्य करने से है।
1. Physical शारीरिक व Mental मानसिक Development विकास तीव्र गति से होता है
2. जिज्ञासा प्रवृत्ति
3. सीमित मात्रा में कल्पना
4.सीखने की प्रक्रिया में तीव्रता
5.दूसरों पर निर्भर
6. दूसरे शिशुओं के प्रति रूचि
7. अनुकरण द्वारा सीखना
8. दोहराने की प्रवृत्ति
9. स्वार्थी व स्वकेन्द्रित
10. क्षणिक मित्रता
11. मित्रों की संख्या
12. संवेगों का प्रदर्शन
13. मूल प्रवृत्यात्मक व्यवहार
14. नैतिक व सामाजिक भावना का अभाव
15. न तो सामाजिक और न असामाजिक
16. कहानियाँ सुनना व सुनाना
17. 2 वर्ष की अवस्था तक मल-मूत्र विसर्जन के संकेत देना तथा 4 वर्ष की अवस्था तक मल-मूत्र विसर्जन पर
नियंत्रण करना सीख जाता है।
18. सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना आदि भाषायी कौशलों की आधारभूत समझ।
19. अपनी संवेदनाओं (ज्ञानेन्द्रियों) व शारीरिक क्रियाओं के माध्यम से सीखना।
शैशवावस्था से सम्बन्धित कथन
1. Life जीवन के पहले 4-5 Years वर्षों में बालक future life भावी जीवन की नींव रख लेता है सिग्मंड फ्रॉयड
2. शैशवावस्था सीखने का आदर्शकाल है - वैलेन्टाइन
4. व्यक्ति का जितना भी मानसिक विकास होता है उसका आधा 3 वर्ष तक हो जाता है- गुडएनफ
5. Child शिशु का mental मस्तिष्क कोरी स्लेट होता है जिसे tubularasa तबुलारासा कहा जाता है - जॉन लॉक
आज की ये पोस्ट उम्मीद करता हूं कि आपको जरूर पंसद आया होगा आप सभी से निवेदन है कि इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर करें जिजसे काफी लोग इस पोस्ट को आसानी से समझ व पढ़ पाए
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धन्यवाद
4 टिप्पणियाँ
Click here for टिप्पणियाँThank you sir🙏 most important notes
ReplyVery important notes
ReplyThank you so much sir
Nice notes sir
ReplyNice notes sir
ReplyThank you
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